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Monday, November 13, 2023

तेरा हसना ग़ज़ब मुस्कुराना ग़ज़ब SALIM RAZA REWA

तेरा हसना ग़ज़ब मुस्कुराना ग़ज़ब  तेरा चिलमन में चेहरा छुपाना ग़ज़ब 

देखकर क्यूँ न दिल गुनगुनाने लगे तेरी हर इक अदा शायराना ग़ज़ब
 
डालियाँ झूमकर गुनगुनाने लगीं हर कली देखकर मुस्कराने लगीं
दिल धड़कने लगा है हर-एक फूल का तेरा वन-ठन के गुलशन में आना ग़ज़ब
 
उफ़ ये  लाली ये शोख़ी ये चंचल नयन फूल से भी है नाज़ुक ये तेरा बदन
इक तो तेरी अदाएं हैं क़ातिल बड़ी उसपे मौसम भी है आशिक़ाना ग़ज़ब
 
इस क़दर नूर रुख़ से चमकने लगा हुस्न भी देखकर हाथ मलने लगा         
चाल नागन सी घायल करे है जिया उस पे मुखड़ा तेरा है सुहाना ग़ज़ब
 
रब से मांगा था जो वो ख़ुशी मिल गई आप क्या मिल गए ज़िंदगी मिल गई
खिल उठे हैं 'रज़ाफूल ख़ुशियों के अब मिल गया प्यार का इक ख़ज़ाना ग़ज़ब

_________________________ Jan20

A 20 GAZLEN SALEEM RAZA REWA

  🅰️ 20 ग़ज़लें  01 मुज्तस मुसम्मन मख़बून महज़ूफ़ मस्कन मुफ़ाइलुन फ़इलातुन मुफ़ाइलुन फ़ेलुन  1212 1122 1212 22 ——— ——— —— —— ———- हर एक शय से ज़ि...