Friday, July 20, 2018

आसी हूँ ख़बर मेरी महबूब ए ख़ुदा लेना

आसी हूँ ख़बर मेरी महबूब ए ख़ुदा लेना
मुझको भी मदीने में इक बार बुला लेना
🎋
उस गर्मीए महशर से सरकार बचा लेना
मुझकॊ भी मेरे आक़ा कमली में छुपा लेना
🎋
अल्लाह के महबूब का जब ज़िक्र करे कोई
उस वक़्त दुरूद अपने होंटों पे सजा लेना
🎋
पहुचूँगा जब मदीना ऐ मौत चली आना
जब सर हो दरे आक़ा उस वक़्त उठा लेना
🎋
फरियाद यही मेरी सरकारे दो आलम है
ब वक़्त ए नज़ा आक़ा रौज़े पे बुला लेना 
🎋
चाहूँ मैं दर ए आक़ा की सिर्फ गुलामी को
दुनिया की शहँशाही से मुझको है क्या लेना
🎋
अल्लाह 'रज़ा' पर भी हो नज़रें करम तेरी
सदक़े में मुहम्मद के हर ग़म से बचा लेना
🎋
जिस वक़्त 'रज़ा' पहुंचो सरकार के रौज़े पर
तुम सबकी तरह बिगड़ी क़िस्मत को बना लेना
___________________________
221 1222 221 1222

A 20 GAZLEN SALEEM RAZA REWA

  🅰️ 20 ग़ज़लें  01 मुज्तस मुसम्मन मख़बून महज़ूफ़ मस्कन मुफ़ाइलुन फ़इलातुन मुफ़ाइलुन फ़ेलुन  1212 1122 1212 22 ——— ——— —— —— ———- हर एक शय से ज़ि...