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मेरे महबूब बता तुझको भुलाऊँ कैसे
तू मेरी जान है ये जान गवाऊँ कैसे
तू कहे तो मैं खुरच डालूँ बदन को लेकिन
तेरी खुश्बू मेरी साँसों से मिटाऊँ कैसे
तु मुझे याद न कर भूल जा तेरी मर्ज़ी
मैं तेरी याद मेरे दिल से भुलाऊँ कैसे
तुझसे फुर्सत ही नहीं मिलती मेरी जान मुझे
तो ख़यालों में किसी और को लाऊँ कैसे
तेरी तस्वीर मेरे दिल में बसी है लेकिन
चीर कर दिल को मेरी जान दिखाऊँ कैसे
तू मेरी जान है ये जान गवाऊँ कैसे
तेरी खुश्बू मेरी साँसों से मिटाऊँ कैसे
मैं तेरी याद मेरे दिल से भुलाऊँ कैसे
तो ख़यालों में किसी और को लाऊँ कैसे
चीर कर दिल को मेरी जान दिखाऊँ कैसे
Mar18____________________________