तमन्ना है संवर जाने से पहले
तुझे देखूँ निखर जाने से पहले
कभी मुझपर भी हो नज़र-ए-इनायत
मेरी हस्ती बिखर जाने से पहले
तेरे पहलू में ही निकले मेरा दम
यही ख़्वाहिश है मर जाने से पहले
चलो एक प्यार का पौधा लगाएँ
बहारों के गुज़र जाने से पहले
गुज़रना है मुझे उनकी गली से
वज़ू कर लूँ उधर जाने से पहले
चलो इक दूसरे में डूब जाएं
उजालों के उभर जाने से पहले
Sip18__________________
No comments:
Post a Comment