Friday, November 17, 2023

रुखसार जहाँ में कोई ऐसा नही होगा – SALIMRAZA REWA

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रुखसार जहाँ  में  कोई  ऐसा  नही होगा 
उनसे भी हसीं चाँद का चेहरा नही होगा
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जो मेरे दिलो जान को करता है मुअत्तर
गुलशन में कोई फूल भी ऐसा नही होगा
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तुम चाँद सितारों की चमक में रहे उलझे
तुमने  मेरे    महबूब  को देखा नही होगा
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है कौन जिसे नूरे मुजस्सिम  कहा जाए
कोई भी तो सरकार के जैसा नही होगा
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अल्लाह के महबूब पे  है  ख़त्म  नबूबत
अब कोई नबी दुनिया में पैदा नही होगा
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है  कौन  भला  सर पे  बलाएं  जो ले तेरी
कोई भी तो मां  बाप  के जैसा नही होगा
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दिल खोल के करता है मुहब्बत जो किसी से
दुनिया  मे  रज़ा वो कभी रुसवा नही होगा
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