Monday, October 30, 2023

रुख़ से जो मेरे यार ने पर्दा हटा दिया

रुख़ से जो मेरे यार ने पर्दा हटा दिया   

महफ़िल में हुस्न वालों को पागल बना दिया
 
उसकी  हर एक अदा पे तो क़ुर्बान जाइए        
मौसम को जिसने छू के नशीला बना दिया
 
आई बाहर झूम के ख़ुश्बू बिखेरती 
ज़ुल्फें उड़ा के कौन सा जादू चला दिया 
 
महफ़िल में होश वाले भी मदहोश हो गए
ये क्या किया की सबको  दिवाना बना दिया

देखा जो उसने प्यार से बस इक नज़र 'रज़ा
दिल में हमारे प्यार का गुलशन खिला दिया
                     सलीम रज़ा रीवा
  _________________________ Nov-1
 

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A 20 GAZLEN SALEEM RAZA REWA

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